कभी कंगना पर गंभीर आरोप लगाते थे उनके एक्स-ब्वॉयफ्रेंड अध्ययन सुमन, अब तारीफ में बोले- उन्होंने बहुत कुछ सहा है
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से सोशल मीडिया पर बॉलीवुड में नेपोटिज्म, ग्रुपिज्म और फेवरेटिज्म जैसे विषयों पर बहस छिड़ी हुई है। इस बहस ने बॉलीवुड के ऐसे सेलेब्स को भी एक कर दिया है, जो कभी एक-दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते थे। मसलन, शेखर सुमन के बेटे और अभिनेता अध्ययन सुमन को ही ले लीजिए।
एक वक्त था, जब अध्ययन अपनी एक्स-गर्लफ्रेंड कंगना रनोट पर गंभीर आरोप लगाया करते थे। लेकिन आज जब नेपोटिज्म पर बहस छिड़ी तो वे न केवल कंगना के पक्ष में बोल रहे हैं। बल्कि उनकी खूब तारीफ भी कर रहे हैं।
‘मैं कंगना रनोट का बहुत सम्मान करता हूं’
एक एंटरटेनमेंट वेबसाइट से बातचीत में अध्ययन ने कहा- लोग मेरे बारे में कहते हैं कि मैं अपनी एक्स के खिलाफ गलत बातें करता हूं। लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं कंगना रनोट का बहुत सम्मान करता हूं। उन्होंने बहुत कुछ सहा है।
आज वे जहां हैं, वह इज्जत और शोहरत पाने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। वे एक परफेक्ट उदाहरण हैं, जिन्होंने इंडस्ट्री के बड़े लोगों से लड़ाई लड़ी और अपना नाम बनाया। उन्हें सलाम है।
2018 में कंगना पर लगाए थे गंभीर आरोप
अध्ययन सुमन और कंगना रनोट ने फिल्म ‘राज : द मिस्ट्री कंटिन्यू’ (2009) में साथ काम किया था। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान ही दोनों करीब आए थे। हालांकि, उनका रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चला और सालभर के अंदर ही उनका ब्रेकअप हो गया।
2018 में जब बॉलीवुड में #MeToo कैंपेन छाया हुआ था, तब अध्ययन ने कंगना पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि कंगना रिलेशनशिप के दौरान उन्हें गालियां देती थीं और पीटती थीं। उन्होंने कंगना पर सैंडल फेंककर मारने तक का आरोप लगाया था।
नेपोटिज्म पर लगातार लड़ाई लड़ रहीं कंगना
कंगना लगातार बॉलीवुड में मौजूद नेपोटिज्म और फेवरेटिज्म के खिलाफ बोलती आ रही हैं। 2017 में जब वे ‘कॉफी विद करन’ में पहुंची थीं, तब करन जौहर को नेपोटिज्म को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार ठहराया था। बीती 14 जून को जब सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड की, तब भी कंगना ने साफतौर पर कहा कि अभिनेता ने नेपोटिज्म से हारकर यह कदम उठाया है।
पिछले दिनों शेखर सुमन ने भी बॉलीवुड में नेपोटिज्म और खेमेबाजी की बात स्वीकार की थी और कहा था कि उनका बेटा अध्ययन भी इसका विक्टिम रह चुका है। खुद अध्ययन भी यह स्वीकार कर चुके है कि नेपोटिज्म की वजह से उन्हें 14 फिल्मों से हटाया गया था।