उत्तराखंड ने पिछले तीन सालों में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन मात्र 5.38 रुपये स्वास्थ्य पर किए खर्च, हिमालयी राज्यों में सबसे निचले पायदान पर
एनसीपी न्यूज़। स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति उत्तराखंड सरकार की उदासीनता का आलम यह है कि उसने तीन सालों में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन मात्र 5.38 रुपये स्वास्थ्य पर खर्च किए हैं। इसी का नतीजा है कि हिमालयी राज्यों में प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य बजट खर्च करने में उत्तराखंड सबसे पीछे है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के स्टेट फाइनेंस 2019 की रिपोर्ट के आधार पर सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन (एसडीसी) ने तुलनात्मक अध्ययन के बाद फैक्टशीट जारी की है।
एसडीसी फाउंडेशन ने पिछले तीन वर्षों 2017, 2018 और 2019 में हिमालयी राज्यों में जन स्वास्थ्य (प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष) पर खर्च की गई धनराशि का लेखा-जोखा जारी किया है। जिसमें प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं में किए गए खर्च में भी उत्तराखंड 10 हिमालयी राज्यों में सबसे निचले पायदान पर है। उत्तर पूर्वी के हिमालयी राज्यों में पिछले तीन सालों में प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं में राष्ट्रीय औसत से करीब तीन गुना ज्यादा धनराशि खर्च की है।
पड़ोसी राज्य हिमाचल ने उत्तरखंड की तुलना मे प्रति व्यक्ति पर 72% ज्यादा खर्च किया है। एसडीसी के रिसर्च हेड ऋषभ श्रीवास्तव कहना है कि स्वास्थ्य बजट के हिमालयी राज्यों के आंकड़े साफ कर देते हैं कि हमारी स्थिति लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने में इतनी खराब क्यों है। बजट अच्छा होने पर ज्यादा डॉक्टर, डाग्नोस्टिक सुविधाएं और दवाइयां मिल सकेंगी, लेकिन राज्य में ऐसा नहीं किया जा रहा है।