यमुनोत्री धाम के कपाट खुले, श्रद्धालुओं की एंट्री नहीं 

एनसीपी न्यूज़। अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर विश्वप्रसिद्ध चारधामों के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार को दोपहर 12.15 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट खुल गए। इसके अलावा शीतकालीन विश्राम स्थल मुखवा से माँ गंगोत्री की डोली धाम के लिये रवाना हो चुकी है। ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से भी बाबा केदार की पंचमुखी विग्रह डोली रवाना हो गई है। इस वर्ष कोरोना के कारण आम श्रद्धालु चारधाम यात्रा नहीं कर सकेंगे।

अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर दोपहर 12:15 बजे अभिजीत मुहूर्त में श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ माँ यमुनोत्री के कपाट खोले गए। कोविड गाइडलाइन्स का पालन करते हुए बहुत सीमित लोगों की मौजूदगी में खरसाली से मां यमुना की विदाई हुई, जो 11 बजे यमुनोत्री धाम पहुंची। विधिवत पूजा-अर्चना के बाद अभिजीत मुहूर्त पर कर्क लग्न में दोपहर 12:15 बजे परंपरा अनुसार वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ यमुनोत्री धाम के कपाट खोल दिए गए। जिसके बाद आगामी ग्रीष्मकाल के 6 माह तक देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्री मां यमुना के दर्शन यमुनोत्री धाम में कर सकेंगे।

उधर आज माँ गंगा की डोली भी शीतकालीन विश्रामस्थल मुखवा से गंगोत्री धाम के लिए चल दी है। आज शाम गंगोत्री पहुंचने के बाद कल गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ के कपाट भी 17 मई को तड़के 5 बजे खोले जाएंगे। बाबा के शीतकालीन गद्दीस्थल उखीमठ के ओमकारेश्वर मंदिर से आज पंचमुखी चल विग्रह डोली केदारधाम के लिए रवाना हुई। 16 मई को केदारपुरी पहुंचने के बाद बाबा के कपाट 17 मई को ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेंगे। बद्रीनाथ धाम के कपाट भी 18 मई को खोले जाएंगे।

इस बार ऑनलाइन दर्शन
कोरोना के कारण फिलहाल चारों धामों में केवल स्थानीय पुजारी ही पूजा अर्चना कर सकेंगे। श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति नहीं है। पर्यटन व धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने देवस्थानम बोर्ड को निर्देश दिया है कि चारों धामों के मंदिरों के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की जाए। ऑनलाइन दर्शन के साथ ही भक्त ऑडियो सिस्टम के जरिए पूजा अर्चना भी कर सकेंगे। कोरोना के बढ़ते मामले और देश-दुनिया के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, प्रदेश सरकार की ओर से इस साल चारधाम यात्रा को स्थगित किया गया है। ऐसे में श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए, भक्तों के लिए उत्तराखंड सरकार चारधाम के वर्चुअल दर्शन कराने की तैयारी कर रही है। ताकि इससे लोग घर बैठे चारधाम के दर्शन कर सकेंगे।

 

Ravikant Duklan (MA. MassCom )

Related articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *