गौरीकुंड में पैदल मार्ग टूटा, 10 हजार यात्री रोके गए
एनसीपी न्यूज़। भारी बारिश और बर्फबारी के बाद चारधाम यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। केदारनाथ धाम, बद्रीनाथ और यमुनोत्री की ऊंची चोटियां बर्फ से ढक गई। बावजूद इसके श्रद्धालु खराब मौसम में भी दर्शन के लिए कतार लगाकर खड़े हैं। उधर केदारनाथ और बद्रीनाथ में मार्ग टूटने से यात्रा बाधित हो गई है। कर्णप्रयाग के पंचपुलिया के पास बोल्डर गिरनेसे सड़क मार्ग फिर से बाधित हो गया था, जिसे खोल दिया गया है। जबकि केदारनाथ में गौरीकुंड के पास पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे 10 हजार यात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर रोका गया है।
केदारनाथ में ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ है जिससे तापमान में अचानक गिरावट आई है। बारिश की बूंदे यात्रियों की परेशानी बढ़ा रही हैं। बावजूद इसके श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शन के लिए कतार बनाकर खड़े रहे। बद्रीनाथ धाम की ऊंची चोटियों के साथ ही हेमकुंड साहिब व अन्य ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई,। यमुनोत्री में भी तेज हवाओं के साथ ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई।
गौरीकुंड पैदल मार्ग टूटा
मंगलवार को गौरीकुंड के पास पैदल मार्ग टूटने की खबर है। जिसके कारण विभिन्न पड़ावों पर केदारनाथ जा रहे दस हजार से अधिक तीर्थयात्रियों को रोक दिया गया है। सोमवार को बारिश के कारण हाईवे पर यात्रियों को रोका गया था। सोमवार को बारिश के कारण हाईवे पर यात्रियों को रोकने के बाद आज मंगलवार को गौरीकुंड पैदल मार्ग टूट गया है। प्रशासन का दावा है कि जल्द ही मार्ग की मरम्मत कर ली जाएगी, लेकिन करीब तीन घंटे बाद भी मार्ग सुचारू नहीं हो सका है।
बद्रीनाथ यात्रा सुचारू
मंगलवार को कर्णप्रयाग के पंचपुलिया के पास सड़क पर बोल्डर आने से एनएच-7 बाधित हो गया है। जिससे बद्रीनाथ यात्रा किछ देर के लिए रोकनी पड़ी। प्रशासन की टीमों ने मार्ग खोलने में सफलता हासिल की है जिससे बद्रीनाथ यात्रा सुचारू हो गई है। इससे पहले सोमवार को भी लामबगड़ के बलदोड़ा में पत्थर आने के कारण सड़क बाधित हो गई थी। जिसकी वजह से थोड़ी देर सुरक्षा के दृष्टिगत यात्रियों को रोका गया था। पुलिस और प्रशासन ने आज सुबह ये रास्ता खोल दिया गया था जिसके बाद 115 वाहनों को बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना किया गया था।