भागवत कथा के अन्तिम दिन हुआ सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष का वर्णन
एनसीपी न्यूज़। कोटद्वार। भागवत कथा के अन्तिम दिन श्रीसुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की कथा का वर्णन किया गया ।
महाराजा वैन्डिग प्वाइंट कोटद्वार मे शिल्पा एवं माहेश्वरी परिजन की ओर से आयोजित श्रीमदभागवत कथा के अन्तिम दिन व्यास आचार्य नरेंद्र प्रसाद जी ने कहा कि जीवन मे भगवान के नाम जपने व कर्म करने से भी मानव अपना कल्याण कर सकता है । उन्होंने सुदामा चरित्र पर बोलते हुए कहा कि सुदामा व श्रीकृष्ण की मित्रता एक मिसाल है । उन्होंने परीक्षित मोक्ष की कथा का वाचन किया ।
व्यास नरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि मनुष्य को श्रीभागवतगीता का श्रवण जरूर करना चाहिए । अन्त मे हवन किया गया व प्रसाद वितरण किया गया । प्रतिदिन सैकड़ो पुरूष व महिलाओ ने श्रीभागवतकथा को सुनकर पुण्य का लाभ उठाया ।
इस अवसर पर विजय कुमार माहेश्वरी ,रूचिन माहेश्वरी, सचिन माहेश्वरी, शिल्पा नेगी, रेखा माहेश्वरी, सुनीता माहेश्वरी, नीलम माहेश्वरी, शिप्रा माहेश्वरी, गम्भीर सिंह नेगी, मंजु नेगी, गणेश नेगी, अर्जुन सिंह नेगी अनीता रावत,गोपाल बंसल, अमित अग्रवाल, आशीष अग्रवाल, विमला रावत, बीरेन्द्र सिंह चौधरी, सुनीता चौधरी,मनोज गिलरा, आशुतोष गिलरा, राजीव,महेश आदि भारी संख्या मे भक्तजन उपस्थित थे ।