गुलदार के हमलों के लिए लेन्टाना घास जिम्मेदार- डीएफओ- दिनकर तिवारी
एनसीपी न्यूज़। कोटद्वार। दुगड्डा व आसपास के क्षेत्रों में लगातार बढ़ रहे गुलदार के हमलों के बीच लैंसडौन वन प्रभाग के वनअधिकारी दिनकर तिवारी ने कहा कि इसका एकमात्र उपाय लेन्टाना घास को पूरी तरह से काटके उखाड़ना है।
वन मंत्री को भेजे गए पत्र में वन अधिकारी दिनकर तिवारी ने लिखा है कि केवल 2 महीनों में दुगड्डा, कोटद्वार, कोटडी व गोदी बड़ी गांव में गुलदार मानव संघर्ष की 11 घटनाएं हुई है, जिसका एकमात्र कारण कोटद्वार, दुगड्डा, गोदी बड़ी गांव व कोटडी में लेन्टाना घास का अत्यधिक मात्रा में पाया जाना है।
एनसीपी न्यूज़ से बातचीत में तिवारी ने कहा कि यह तथ्यपरक है कि दुगड्डा व आस-पास का इलाका गुलदार के लिए एक आदर्श वासस्थल है। जिसके कारण इस क्षेत्र में गुलदार काफी पर्याप्त संख्या में है। कहा कि लेन्टाना झाड़ियां के कारण गुलदार का आसान शिकार मनुष्य बनता जा रहा है। उदाहरण के लिए उन्होंने बताया कि गोदी बड़ी गांव का तेंदुआ एक आंख से नहीं देख सकता था इसलिए उसने आसान तरीके से मनुष्य को निवाला बनाया। बताया कि जब गुलजार की उम्र ज्यादा हो जाती है तो वह अपने प्राकृतिक शिकार के बजाय आसान शिकार को निशाना बनाता है। उन्होंने राहगीरों से अपील की कि वह ऐसे समय में झुंड बनाकर चलें जिससे इस तरह की घटनाओं को होने से रोका जा सके। साथ ही उन्होंने पत्र में अनुरोध किया कि उक्त कार्य के लिए उचित राशि उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने बताया कि लैंसडौन वन प्रभाग द्वारा द्वारा मौजूद कर्मचारियों को यह निर्देशित किया गया है कि वह लगातार संभावित खतरे वाले क्षेत्रों पर पेट्रोलिंग करें जिसके लिए उनको समुचित सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। आम जनमानस से उन्होंने अपील के की कि वह भी ऐसे समय में विभाग का साथ दें और सुरक्षा के जरूरी उपाय करते हुए सड़कों पर निकलें।