कोटद्वार की बहुप्रतीक्षित मांगों को लेकर जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री धामी से की मुलाकात
एनसीपी न्यूज़। कोटद्वार। गुरुवार को कोटद्वार की बहुप्रतीक्षित मांगों को लेकर माननीय जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास पर मुलाकात की।
कोटद्वार क्षेत्र में जहां एक ओर अनेकों शैक्षणिक संस्थान है वहीं दूसरी ओर पुस्तकालय न होने से छात्रों को विभिन्न प्रकार के समाचार पत्रों,धार्मिक पुस्तकों को पढ़ने की लिए कोई साधन न होने के कारण परेशानियों से जूझना पड़ता है इसके लिए माननीय जिलाध्यक्ष जी ने कोटद्वार में एक पुस्तकालय भवन की मांग की है।
कोटद्वार जो की पूरे गढ़वाल क्षेत्र का द्वारा के नाम से भी जाना जाता है में आए दिन खेलों का आयोजन होता रहता है परंतु वर्षा एवं शीतकाल में खेलों पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है जिसके लिए कोटद्वार में एक इनडोर स्टेडियम की नियत आवश्यकता है इनडोर स्टेडियम का निर्माण होने से खेल प्रतिभाओं को निखारने का अवसर मिलेगा साथ ही कोटद्वार का नाम देश विदेश में प्रसिद्ध पाएगा इसके लिए माननीय जिला अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष कोटद्वार में एक इनडोर स्टेडियम निर्माण की मांग रखी गई।
कोटद्वार नगर निगम बनने के बाद आज भी लोगों को अपने प्रमाण पत्रों के लिए कभी राजस्व विभाग तो कभी नगर निगम के चक्कर काटने पड़ते है ग्रामीणों की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए कोटद्वार नगर निगम को गैर कृषि भूमि घोषित करने की मांग की गई है। माननीय जिलाध्यक्ष जी के द्वारा कोटद्वार की अनेकों बहुप्रतीक्षित मांगे माननीय मुख्यमंत्री जी के सम्मुख रखी है।
माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा आज हुई मुलाकात में शीघ्र ही समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया गया है, वहीं दूसरी ओर जिलाध्यक्ष जी का कहना है कि माननीय मुख्यमंत्री जी से मुलाकात सकारात्मक रही है।
खेल प्रतिभाओं को वर्षा एवम शीत काल में किसी भी प्रकार की समस्याओं से न जूझना पड़े इसके लिए माननीय अध्यक्ष जी के द्वारा माननीय मुख्य मंत्री जी एक इंडोर स्टेडियम की मांग की है जिससे खेल प्रतिभाओं को निखारने का अवसर मिल सकेगा।
कोटद्वार क्षेत्र जो की गढ़द्वार के नाम से भी जाना जाता है यहां अक्सर वीवीआईपी और पर्यटक आते रहते है जिनको कोटद्वार में रात्रि विश्राम के लिए लैंसडाउन या अन्यत्र शहरों में जाना पड़ता है के लिए एक राजकीय अतिथि गृह निर्माण के लिए भी मांग की गई है।