खबर का असर, सुखरो नदी से पकड़े गए अवैध खनन करते हुए तीन ट्रैक्टर ट्रॉली
एनसीपी न्यूज़। कोटद्वार। एनसीपी न्यूज़ पर 14 नवंबर को ‘सुखरो नदी के राजस्व क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन’ प्रकाशित होने के बाद आज शाम को खबर का असर देखने को मिला जिसका परिणाम हुआ कि वन विभाग ने रेंजर अजय ध्यानी के नेतृत्व में सुखरो नदी से अवैध खनन करते हुए तीन ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़कर कोटद्वार रेंज में लाकर सीज कर दिया। लेकिन अब भी लाख टके का सवाल यह है कि क्या खन्नन को रोकना सिर्फ वन विभाग का कार्य है। किसी भी नदी में भूमि के दो क्षेत्र होते हैं जिनको राजस्व व वन क्षेत्र कहा जाता है। वन क्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी जहां वन विभाग की होती है वही राजस्व क्षेत्र की जिम्मेदारी तहसील प्रशासन की होती है। बावजूद इसके कोटद्वार की सुखरो, मालन व खो नदियों के राजस्व क्षेत्र में लगातार अवैध खनन जारी है, जिसकी तरफ कोटद्वार तहसील प्रशासन आंख मूंदे खड़ा है। इससे यही जाहिर होता है कहीं ना कहीं अवैध खननकारियों को तहसील प्रशासन व राजस्व विभाग की खुली छूट मिल रखी है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि वन विभाग लगातार नए रेंज अधिकारी अजय ध्यानी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में अवैध खननकारियों के ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़कर सीज़ कर चुका है। बावजूद इसके रात 11:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक नदियों के राजस्व क्षेत्र में लगातार अवैध खनन जारी है जिससे कोटद्वार के वार्डों में लोगों की नींद उड़ी हुई है। क्योंकि इन अवैध खन्ननकारियों के ट्रैक्टर ट्रॉली रात को बेखौफ इन इलाकों से गरज़ते हुए निकल रहें हैं।