नशे में डूबे युवाओं को छुपाएं नही अभिभावक- रजत
एनसीपी न्यूज़। समाज में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति से प्रत्येक परिवार कही न कही ग्रसित हैं। नशे की बढ़ती आदतों के पीछे कई कारण माने जाते हैं। जिनमें सबसे मुख्य जो युवाओं में देखने को मिलता है वह है भावनात्मक कारण। युवा बहुत जल्दी भावुक हो जाते हैं, ऐसे में यदि किसी भी कारण से उनकी भावनाओं को आघात पहुँचता है तो वह तुरंत नशे का सहारा लेकर इसको दूर करने का प्रयास करते हैं।
नशा मुक्ति के लिए वैसे तो कई संस्थाएं व संगठन कोटद्वार में काम कर रहे हैं पर आज हम बात करेंगें बाबा खड़क सिंह नगर, कुंभीचौड़ स्थित माँ शक्ति जन जागृति समिति की जो शहर से दूर खामोशी से कई युवाओं को नशे की गर्त से बाहर निकाल चुकी है। समिति के प्रबंध निदेशक रजत नेगी जो कि दिल्ली, गुड़गांव , नोएडा, मुंबई व देहरादून में कई वर्षों से कॉउंसलर के रुप में कार्य कर चुके हैं, बताते हैं कि उन्होंने इन जगहों में हज़ारों युवाओं को नशे की गर्त से बाहर निकाला है।
कोटद्वार में अभी उनकी संस्था को केवल कुछ ही महीने हुए हैं। यहां भी वह अब तक लगभग 50 से अधिक लोगों को नशे की गर्त से बाहर निकाल चुके हैं। नशे की बढ़ती प्रवृत्ति के लिए वह एक कारण अभिभावकों को भी मानते हैं। उनका कहना है कि जब भी किसी युवक को नशे की लत लगती है तो अभिभावक उसको समाज से छुपाने का प्रयास करते हैं। जो कि बिलकुल गलत है वह कहते हैं कि अभिभावक को छुपाने की बजाय उनको नशा मुक्ति केंद्रों में लाना चाहिए जिससे वो ठीक होकर फिर से समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकें। नशा मुक्ति केंद्रों के लिए संदेश देते हुए वह कहते हैं कि वहां आने वालों के साथ हिंसा की बजाय प्रेम का व्यवहार करें जिससे नशा मुक्ति केंद्रों की विश्वसनीयता बनी रहे।