बोर्ड परीक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी हुए सम्मानित
एनसीपी न्यूज़। कोटद्वार। परम यश स्टडी हब दुर्गापुरी के तत्वाधान में बोर्ड परीक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट छात्र सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने अपने विचार व्यक्त किए। रावत ने कहा कि परम यश कोचिंग संस्थान की यह पहल अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस तरह के सम्मान समारोह न केवल छात्रों को प्रेरित करते हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक संदेश फैलाते हैं।
वीरेंद्र सिंह रावत ने अपने संबोधन में जोर दिया कि इस प्रकार के सम्मान से छात्रों में अच्छे कार्यों की प्रेरणा मिलती है, जिससे वे बेहतर नागरिक बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना नहीं होना चाहिए, बल्कि यह छात्रों को अच्छे नागरिक बनने की दिशा में मार्गदर्शन भी करना चाहिए। रावत ने इस बात पर बल दिया कि शिक्षा का असली मापदंड यह होना चाहिए कि वह छात्रों को समाज के प्रति जिम्मेदार बनाए और उन्हें नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण करे।
कार्यक्रम में सुमन लता, प्रभारी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट कोतवाली, ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने मानव तस्करी की व्यापक समस्या पर प्रकाश डाला और कहा कि इस तरह के अपराध जैसे वैश्यवृत्ति, भिक्षावृत्ति, और मानव अंग के लिए हत्या बढ़ रहे हैं। सुमन लता ने समाज से अपील की कि वे पुलिस का सहयोग करें ताकि इस समस्या का समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि समाज की सक्रिय भागीदारी से ही हम इन जटिल समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
जगदीश राठी ने शिक्षा के महत्व और नैतिक मूल्यों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली में छात्रों पर अच्छे अंकों के लिए अत्यधिक दबाव डाला जा रहा है, जो उन्हें वास्तविक जीवन कौशल और नैतिक मूल्यों से दूर कर रहा है। राठी ने प्रतिशत की दौड़ के पीछे भागने की प्रवृत्ति को त्यागने और बेहतर इंसान बनने की बात पर जोर दिया। उन्होंने अभिभावकों से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों पर केवल अच्छे अंकों के लिए दबाव न डालें, बल्कि उनके सर्वांगीण विकास और नैतिक शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करें।
राठी के विचारों ने इस कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण संदेश दिया कि हमें शिक्षा की परिभाषा को पुनः परिभाषित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नैतिकता, सहानुभूति, और सहिष्णुता जैसे गुण भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितना कि शैक्षणिक ज्ञान। उनके अनुसार, बच्चों को न केवल किताबी ज्ञान बल्कि जीवन के वास्तविक पाठ भी सिखाए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा का असली उद्देश्य केवल उच्च अंक प्राप्त करना नहीं होना चाहिए, बल्कि विद्यार्थियों को ऐसे नागरिक बनाना चाहिए जो समाज के लिए उपयोगी और नैतिक हों।
सोहन लाल जी ने नई शिक्षा नीति पर अपने विचार रखते हुए कहा कि यह नीति शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने जोर दिया कि नई शिक्षा नीति छात्रों के सर्वांगीण विकास, कौशल आधारित शिक्षा और नैतिक मूल्यों पर विशेष ध्यान देती है। यह नीति बच्चों को व्यावहारिक ज्ञान और समग्र विकास की ओर प्रेरित करेगी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सोहन लाल जी ने कहा कि इस नीति से शिक्षा का स्तर ऊंचा होगा और छात्रों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर कुमारी शालिनी, तमन्ना, सलोनी, पायल, तरुण, रूपाली, मेघा, और सपना को सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया। उन्हें अंग वस्त्र, मेडल, और स्मृति चिन्ह देकर उनकी मेहनत और समर्पण को सराहा गया। यह सम्मान उन्हें प्रेरित करेगा कि वे आगे भी अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मेहनत करते रहें। यह समारोह न केवल विद्यार्थियों बल्कि अभिभावकों और शिक्षकों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत बना।
कार्यक्रम में क्षेत्र की वरिष्ठ शिक्षक विजय जोशी को उनके उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। इस सम्मान ने यह साबित किया कि उनकी सेवाएं न केवल विद्यालय बल्कि पूरे समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं।
परम यश स्टडी हब के संचालक विवेक भारती, मनोज पंथरी, विनोद चौहान, और राकेश काला ने भी अपने विचार साझा किए और विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं। विवेक भारती ने कहा कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह जीवन के सभी पहलुओं को शामिल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक सफल शिक्षा प्रणाली वह है जो छात्रों को समाज के प्रति जिम्मेदार बनाए और उन्हें नैतिक और सामाजिक मूल्यों से संपन्न करे।
इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे विद्यार्थियों को न केवल शैक्षणिक सफलता के लिए प्रेरित करते हैं बल्कि उन्हें एक अच्छा इंसान बनने की दिशा में भी मार्गदर्शन करते हैं।
अंत में, सभी विद्यार्थियों, विशेष रूप से सम्मानित छात्रों, को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम पर पहुंचाया है, और हम सभी को उन पर गर्व है। हम आशा करते हैं कि वे भविष्य में भी इसी तरह उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहेंगे और अपने समाज और देश का नाम रोशन करेंगे।
कार्यक्रम में कुमारी शालिनी ,तमन्ना ,सलोनी ,पायल तरुण ,रूपाली ,मेघा ,सपना को सर्वोच्च प्राप्त करने के लिए अंग वस्त्र ,मेडल, स्मृति चिन्ह भेटकर सम्मानित किया।