एनसीपी न्यूज़। इंतजार की घड़ियां खत्म हुई। वर्षों बाद एक बेटे का मां से मिलन हुआ औऱ माहौल संजीदा हो गया। एक मां और बेटे की मुलाकात में कुछ नया नहीं है, लेकिन ये मुलाकात बेहद खास थी। ये एक राजयोगी बेटे की मां से मुलाकात थी। एक सन्यासी को वर्षों बाद अपनी मां के आंचल में जगह मिली थी। बुजुर्ग मां की आंखें पल पल बेटे की राह ताक रही थी। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ जैसे ही अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचे, 84 वर्षीय मां ने अपने लाल को गले से लगाकर जी भर कर प्यार लुटाया। औऱ ये भी साबित हो गया कि बेटा चाहे कितना भी नाम कमा ले, कितना भी बड़ा हो जाए, चाहे संन्यासी हो जाए, मां के लिए हमेशा बेटा रहता है।
5 साल बाद मां से मिले योगी, पैतृक गांव में जश्न का माहौल
बिथ्याणी में गुरु अवेद्यनाथ की प्रतिमा के अनावरण के बाद सीएम योगी करीब तीन किलोमीटर स्थित पंचूर गांव पहुंचे। कुछ दूर पैदल चलकर योगी अपने गांव पहुंचे तो मां से भावुक मिलन हुआ। मां से मुलाकात के दौरान योगी भावुक हुए और एकटक मां को निहारते रहे। इसके बाद योगी ने घऱ के अन्य सदस्यों से भेंट की। इस दौरान उन्होंने अपने भतीजों से कुछ देर बातचीत की औऱ उन्हें चॉकलेट खिलाई। योगी इससे पहले 2017 में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अपने घर आए थे। यमकेश्वर में भाजपा प्रत्याशी ऋतु खंडूडी के लिए चुनावी जनसभा को संबोधित करने के बाद 11 फरवरी 2017 को योगी ने रात अपने घर पर बिताई थी। लेकिन यूपी की कमान मिलने के बाद योगी का पंचूर आना जाना नहीं हो सका था। दो साल पहले उनके पिता का देहांत हुआ था, लेकिन वो पिता की अंत्येष्टि मे भी नहीं जा सके थे।