कोटद्वार संयुक्त चिकित्सालय की रेफर सेंटर की तोडेंगे छवि- सीएमएस तिवारी
एनसीपी न्यूज़। राजकीय संयुक्त चिकित्सालय कोटद्वार में नई बिल्डिंग निर्माण के साथ-साथ यहां आधुनिक मशीनें भी लाई गई, बावजूद इसके अभी तक यह रेफर सेंटर की भूमिका में ही है। राजकीय संयुक्त चिकित्सालय कोटद्वार के ऊपर न सिर्फ शहर के लोगों की स्वास्थ्य की जिम्मेदारी है, बल्कि इसके ऊपर दुगड्डा ब्लॉक, द्वारीखाल ब्लॉक, यम्केश्वर ब्लॉक, लैंसडौन, रिखणीखाल, बीरोंखाल, धुमाकोट के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे होने के कारण बिजनौर जिले का भी भार है।
कोटद्वार राजकीय संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस डॉ कुमार आदित्य तिवारी का कहना है कि वह कोटद्वार संयुक्त चिकित्सालय को रेफर सेंटर के तमगे से बाहर निकालने का भरसक प्रयास करेंगे बशर्त यह है कि उन्हें संपूर्ण स्टाफ उपलब्ध हो जाए। उन्होंने कहा कि जबसे उन्होंने पदभार ग्रहण किया है स्टाफ को पूरा करने के लिए उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य निदेशालय नई दिल्ली, स्वास्थ्य महानिदेशालय देहरादून व वर्तमान कोटद्वार विधायक श्रीमती रितु भूषण खंडूड़ी को इस संबंध में पत्र भेजकर स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए कहा है। तिवारी ने बताया कि वर्तमान में राजकीय संयुक्त चिकित्सालय कोटद्वार में 4 वरिष्ठ डॉक्टरों की आवश्यकता है जिनमें एक डॉक्टर एनेस्थीसिया का, दूसरा फिजीशियन का तीसरा सर्जन का और चौथा गायनोकोलॉजिस्ट है। कहा कि वर्तमान में एक्स रे मशीन पर केवल एक टेक्निशियन है यही हाल पैथोलॉजी लैब का भी है। सीएमएस बताते हैं इसके अलावा लैब टेक्नीशियन के 3 पद, स्टाफ नर्स के 15 पद और वार्ड-बॉय के 16 पद रिक्त है। कहां की यदि यह सब स्टाफ उनको मिल जाए तो वह राजकीय संयुक्त चिकित्सालय की रेफर सेंटर के तस्वीर बदल देंगे। बताया कि उनके कार्यकाल में राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में कंपोनेंट मशीन लगा दी गई है जिससे अब कैंसर की जांच संभव होगी। कंपोनेंट मशीन से हारमोनियम एस्से, ट्यूमर एस्से और कार्डियक प्रोफाइल की जांच की जाएगी।
कोटद्वार संयुक्त चिकित्सालय में स्टाफ की कमी
1- डॉक्टर- 4
एनेस्थीसिया
फिजीशियन
सर्जन
गायनेकोलॉजिस्ट
2- स्टाफ नर्स -15
3- वार्ड-बॉय -16