उत्तराखंड में जमीन तलाशने के लिए आम आदमी पार्टी ने बड़ा दांव लगाया था। फौजी वोट बैंक और युवाओं को साधने के लिए पार्टी ने कर्नल कोठियाल को शामिल करके उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया था। हालांकि कर्नल के करीबी तब भी उन्हें बार बार ये कहते थे कि आपने बहुत बड़ी गलती कर दी है। विधानसभा चुनाव में कर्नल कोठियाल खुद गंगोत्री से चुनाव लड़े थे और अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे। पार्टी को सभी सीटों पर करारी हार मिली थी। चुनाव बीतने के करीब दो महीने बाद कर्नल ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है।
कर्नल कोठियाल ने AAP से दिया इस्तीफा, सियासी पिच पर सालभर ही टिक सके कर्नल
एनसीपी न्यूज़। उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के सीएम उम्मीदवार रहे कर्नल अजय कोठियाल ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कर्नल कोठियाल ने सोशल मीडिया पर इस्तीफे की प्रति साझा करके जानकारी दी है। कर्नल ने लिखा है कि पूर्व सैनिकों, पूर्व अर्धसैनिकों, बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं और बुद्धिजीवियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मैं 18 मई 2022 को आम आदमी पार्टी की सदस्यता से अपना त्यागपत्र दे रहा हूं।
पार्टी चीफ अरविंद केजरीवाल को भेजे इस्तीफे में कर्नल कोठियाल ने लिखा है, मैं 19 अप्रैल 2021 से 18 मई 2022 तक आम आदमी पार्टी का सदस्य रहा हूं, पूर्व सैनिकों, पूर्व अर्धसैनिकों, बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं तथा बुद्धिजीवियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, मैं आज दिनांक 18 मई 2022 को, आम आदमी पार्टी की सदस्यता से अपना त्यागपत्र दे रहा हूँ। कर्नल का इस्तीफा आप के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। पार्टी के बीच स्वीकार्य चेहरा नहीं बचा है।
राजनीति में आने से पहले कर्नल कोठियाल सेना में रह चुके हैं। गढ़वाल राइफल्स के सेवानिवृत्त कर्नल ने नेहरू पर्वतारोहन संस्थान की कमान भी संभाली थी। केदारनाथ आपदा के बाद पुनर्निर्माण कार्यों में निम की भूमिका सराहनीय रही थी। कर्नल यूथ फाउंडेशन के जरिए युवाओं को सेना में भर्ती की ट्रेनिंग भी देते हैं।