वन विभाग ने बेलाडाट स्थिति गुर्जर बेड़े को पनियाली बीट में कराया शिफ्ट

एनसीपी न्यूज़। कोटद्वार। बेलाडाट स्थित गुर्जर बेड़े को वहां से हटाकर गुर्जरों के पुराने स्थान पनियाली बीट में शिफ्ट कर दिया गया । 24 घंटे से अधिक चले विवाद का समाधान लैंसडौन वन प्रभाग के डीएफओ दिनकर तिवारी ने अपने अनुभव व दूरदर्शिता से सुलझा दिया। जिसका हिंदू वाहिनी, स्थानीय पार्षद लीला कंडवाल, शक्ति नेगी व ग्रामीणों ने स्वागत किया। गुरुवार की रात को हिंदू वाहिनी व स्थानीय पार्षद लीला कंडवाल के नेतृत्व में ग्रामीण वन गुर्जरों को हटाने उनके बेड़े में गए और वहां धरने पर बैठ गए।
वन विभाग के समझाने के बाद रात को हिंदू वाहिनी के सदस्य धरने से हट गए थे। लेकिन बुधवार सुबह को वह पुनः डेरे पर पहुंच गए और उन्होंने गुर्जरों को वहां से हटाने की मांग जारी रखें रखी। वन विभाग के रेंज अधिकारी अजय ध्यानी ने मौके पर पहुंचकर गुर्जरों को ग्वालगढ़ बीट पर शिफ्ट करने का प्रयास किया, जिसका शक्ति नेगी के नेतृत्व में सत्तीचौड़ के ग्रामीणों ने विरोध किया। ग्रामीणों का कहना था कि ग्वालगढ़ का यह इलाका आम लोगों का रास्ता है और इस इलाके में सिद्धबाबा का मंदिर भी है जिससे स्थानीय लोगों की श्रद्धा जुड़ी है। इसलिए वन विभाग इनको वही भेजे जहां से यह आए थे। मामला नहीं सुलझा और गुर्जर अपने ट्रैक्टर लेकर वापस डीएफओ कार्यालय पहुंच गए। देर शाम तक जब मुद्दे का समाधान नहीं निकला तो स्थानीय पार्षद लीला कंडवाल, शक्ति नेगी व राजेंद्र जजेडी के नेतृत्व में ग्रामीण डीएफओ आवास डीएफओ दिनकर तिवारी से मिलने पहुंचे जहां रेंज अधिकारी अजय ध्यानी व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
लंबी चली वार्ता के बाद यह निष्कर्ष निकाला कि फिलहाल वन गुर्जरों को उनके पुराने स्थान पनियाली बीट में शिफ्ट किया जाएगा। बाद में उनको उनके आवंटित स्थान ग्वालगढ़ बीट में भेज दिया जाएगा। जिसका सभी ने स्वागत किया। इस अवसर पर डिप्टी रेंजर अखिलेश रावत, फॉरेस्टर धीरेंद्र, फॉरेस्टर नवजीवन बौड़ाई, फारेस्ट गार्ड राकेश बिष्ट, फॉरेस्ट गार्ड राहुल, फॉरेस्ट गार्ड भूपेंद्र, विदित बोंठियाल, राजेन्द्र जजेडी आदि मौजूद थे।