यूकेडी के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय नंदन सिंह रावत की छठी पुण्यतिथि पर “उत्तराखंड राज्य के भविष्य की रक्षा” विषय पर विचार गोष्ठी का किया गया आयोजन

यूकेडी के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय नंदन सिंह रावत की छठी पुण्यतिथि पर “उत्तराखंड राज्य के भविष्य की रक्षा” विषय पर विचार गोष्ठी का किया गया आयोजन

एनसीपी न्यूज़। कोटद्वार। कौडिया कोटद्वार में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी और यूकेडी के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय नंदन सिंह रावत की छठी पुण्यतिथि पर “उत्तराखंड राज्य के भविष्य की रक्षा” विषय पर विचार गोष्ठी आयोजन के रूप में मनाई गई। स्वर्गीय नंदन सिंह रावत के परिवार जनों के द्वारा आयोजित इस गोष्ठी में स्वर्गीय नन्दन सिंह रावत के उत्तराखंड आन्दोलन में योगदान की वक्ताओं द्वारा प्रशंसा की गयी।

मुख्य प्रवक्ता के रुप में यूकेडी के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर शक्तिशैल कपरवाण ने स्वर्गीय नन्दन सिंह रावत के उत्तराखंड आन्दोलन में योगदान पर चर्चा करते हुये कहा कि स्वर्गीय नंदन सिंह रावत और उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों का उत्तराखंड संघर्ष व उत्तराखंड के विकास के लिए जो योगदान था , वह आज कहीं भी नजर नहीं आता । डा. कपरवाण ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल ने उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी संगठन के रूप में उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए संघर्ष किया और आज उत्तराखंड के भविष्य संवारने और बचाने के लिए उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी और उत्तराखंड क्रांति दल को संघर्ष करना पड़ेगा। अगर हम उत्तराखंड के समृद्ध शाली भविष्य के लिए संघर्ष मार्ग पर चलने का व्रत लेते हैं तो यही स्वर्गीय नंदन सिंह रावत व सभी स्वर्गीय राज्य आंदोलनकारियों के लिए वास्तविक श्रद्धांजलि होगी। डॉक्टर कपरवाण ने कहा कि पहाड़ सांस्कृतिक, आर्थिक, भौगोलिक रूप से धंस रहा है, दरक रहा है और उत्तराखंड भ्रष्टाचार व अपराध से त्रस्त है, बेरोजगारी व मंहगाई आसमान छू रही है । सरकार समाधान करने के बजाय इनमें लिप्त है। ऐसे संकट कालीन उत्तराखंड में उत्तराखंड राज्य आन्दोलन कारियों की भूमिका महत्वपूर्ण होगयी है। स्वर्गीय नंदन सिंह रावत की छठी पुण्यतिथि कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्वर्गीय नंदन सिंह रावत की धर्मपत्नी श्रीमती चंद्रा रावत ने कहा मेरे पति स्वर्गीय नंदन सिंह रावत ने जनता के लिए संघर्ष किया, उनके बताए मार्ग पर चलकर ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि देंगे।

यूकेडी के केंद्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह रावत ने स्व. नंदन सिंह रावत के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमको उनके बताए संघर्ष के मार्ग पर चलना होगा। रावत ने कहा कि आज उत्तराखंड को बचाने के लिए एक बड़े जन आंदोलन की आवश्यकता है जिसकी स्वर्गीय नंदन सिंह रावत हमेशा चर्चा करते थे। उनके बताए मार्ग पर चलकर ही हम उनको सच्ची श्रद्धांजलि देरहे हैं।

पूर्व प्रधानाचार्य एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय लखेड़ा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण बड़े संघर्ष के बाद हुआ है। राज्य आंदोलनकारियों के संघर्ष का हमेशा सम्मान किया जाता रहेगा। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के विचारों के मार्ग पर ही उत्तराखंड का वास्तविक विकास सम्भव है। इस अवसर पर विचार व्यक्त करने वालों में राकेश लखेड़ा, कैलाश थलेडी, भगवती प्रसाद कंडवाल ,जगमोहन सिंह रावत, सुभाष पांडे पार्षद ,रितु चमोली पार्षद, प्रवेंद्र सिंह रावत पार्षद, जग दीपक सिंह रावत अध्यक्ष यूकेडी, हरीश द्विवेदी, शशिकिरण केष्टवाल आदि सम्मिलित थे।इस अवसर पर बड़ी संख्या में राज्य आन्दोलनकारीऔर स्व नन्दन सिंह के पुत्र, पुत्री बहू व परिजन उपस्थित थे । गोष्ठी का संचालन राकेश लखेड़ा ने किया ।

Ravikant Duklan (MA. MassCom )

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