लक्ष्मण रेखा खींची, कहा गया न मंच साझा करुँगी न बुलाऊँगी- पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी

एनसीपी न्यूज़। कोटद्वार। पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी नगर निगम चुनावों के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए। कहा कि अब तक मैं अपनी उपलब्धियां को बताने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करता था लेकिन पहली बार वह स्पष्टीकरण देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। एक निजी वेडिंग पॉइंट में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अपने ऊपर लग रहे तमाम आरोपों के एक-एक करके जवाब दिए। उन्होंने वर्तमान कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी रंजना रावत से पूछा कि जब वह उनको पिता तुल्य मानती हैं तो उन्होंने 2018 से लेकर 2025 तक इस रिश्ते को कायम रखने में सफलता हासिल क्यों नहीं की। कहा कि 2014 में संगठन के द्वारा जो महिला संगठनों की सूची बनाई गई उनकी डायरी ही गायब कर दी गई। कहा कि सार्वजनिक जीवन में एक नेता को गुस्सा शोभा नहीं देता कहा कि उन्होंने एक लक्ष्मण रेखा खींची कि जिस मंच पर वह जाएंगे वह उस मंच को साझा नही करेंगी औऱ न ही उन्हें अपने मंच पर बुलाएंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि 2018 के महापौर के चुनाव के दौरान इन लोगों ने उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया और यहां तक हवा फैला दी की सिलेंडर जीत रहा है। विभागों में अत्यधिक हस्तक्षेप होने लगा जिससे पार्टी की महिलाएँ व युवा पार्टी से दूर होने लगे। जब इस संदर्भ में पूछा गया तो इन लोगों ने माना कि हाँ एक कमेटी का गठन किया गया था। कहा कि जब उनकी धर्मपत्नी हेमलता नेगी चुनाव लड़ी तो उनको भी लगभग 24000 ही वोट मिले यहां तक कि लोकसभा सभा चुनाव में गणेश गोदियाल को भी लगभग 24000 वोट ही मिले। कहा कि इससे साफ होता है की वर्तमान कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी रंजना रावत को भी कांग्रेस के सभी वर्गों से समर्थन मिला जिनके कारण वह इतने वोट लाने में सफल रही। उन्होंने कहा कि अभी तक वह इन सब बातों को छुपाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन जब उन पर लगातार हमले होने लगे तो उनको सामने आना पड़ा। इस अवसर पर कांग्रेस नगर अध्यक्ष संजय मित्तल, कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीन रावत के अलावा सैकड़ो को कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।