कांग्रेस ने मनाया किसान विजयी दिवस

 

एनसीपी न्यूज़। केन्द्र में सत्तासीन भाजपा सरकार के द्वारा तीन काले कृषि कानूनों को वापिस लिये जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसान विजयी दिवस के रूप में मनाते हुए आतिशबाजी करते हुए एक दूसरे को मिष्ठान वितरण किया गया। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डा. चन्द्रमोहन खर्कवाल एवं महानगर अध्यक्ष संजय मित्तल की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा तीन काले कृषि कानूनों को वापिस लिये जाने की घोषणा को किसान आंदोलन एवं शहीदों के बलिदान व कांग्रेस पार्टी के द्वारा लगातार संघर्ष की जीत बताया।

कहा कि वर्तमान में सत्तासीन मोदी सरकार ने किसानों से वार्ता के बगैर ही तीन काले कृषि कानूनों को लोकसभा एवं राज्य सभा में बगैर चर्चा की पारित कर तानाशाही रवैया अपनाया गया है, जिसके चलते पूरा देश का किसान तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग को लेकर सड़कों पर आंदोलन पर उतर गया, भाजपा सरकार ने किसानों के जायज आंदोलन को कुचलने का भरसक प्रयास किया गया, तथा किसानों की मांगों को लगातार अनदेखा करते रहे, जिससे किसानों के आंदोलन में लगभग आठ सौ किसान शहीद हो गये, कहा कि किसानों के आंदोलन को कांग्रेस पार्टी ने पुरजोर तरीके से समर्थन करते हुए किसानों की आवाज को सड़क से लेकर संसद तक बुलंद करने का प्रयास किया गया। जिससे आखिरकार प्रधानमंत्री मोदी को किसाना आंदोलन के आगे नतमस्तक होने के लिए मजबूर होना पड़ा। कहा कि भाजपा के शीर्ष नेताओं ने किसानों को उग्रवादी, खालिस्तानी, पाकिस्तानी सहित अपमान जनक शब्दों से बदनाम करने की भी कोशिश की गयी, जो कि शर्मनाक घटना है। कहा कि जब तक कानूनी रूप से तीन काले कानून वापिस नहीं लिये जाते है तथा किसानों को न्याय मिलने तक कांग्रेस पार्टी किसानों के आंदोलन के साथ खड़ी रहेगी, तथा मोदी सरकार के जनविरोधी नीतियों का जमकर विरोध करती रहेगी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष डा. चन्द्रमोहन खर्कवाल, महानगर अध्यक्ष संजय मित्तल, विजय रावत, बलवीर सिंह रावत, जितेन्द्र भाटिया, धीरेन्द्र सिंह बिष्ट, बृजमोहन सिंह नेगी, अनिल चैधरी, राजा आर्य, रजनीश उप्पल, चन्द्रमोहन सिंह रावत, महेन्द्र पाल सिंह रावत, सतेन्द्र सिंह नेगी, उपेन्द्र सिंह नेगी, नसीम अहमद, सुरेन्द्र सिंह नेगी, विजय नेगी, गणेश नेगी, धीरेन्द्र सिंह भंडारी, कृपाल सिंह नेगी, कमल किशोर बिष्ट सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

Ravikant Duklan (MA. MassCom )

Related articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *