विधानसभा कोटद्वार, यमकेश्वर व लैंसडौन में विकास कार्य अवरुद्ध होने पर भड़की जिला कांग्रेस
एनसीपी न्यूज़। कोटद्वार। बुधवार को जिला कांग्रेस कोटद्वार के आह्वान पर कांग्रेसियों ने जिलाध्यक्ष विनोद डबराल की अगुआई में कांग्रेस सांगठनिक जिला कोटद्वार के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्रों (कोटद्वार, यमकेश्वर, लैंसडौन) में भाजपा सरकार का उत्तराखंड में सत्तासीन होने के बाद बिकास कार्य अवरुद्ध होने पर जिला कांग्रेस कार्यालय कोटद्वार मालवीय उद्यान में एकत्रित हुए और प्रदर्शन के साथ तहसील परिसर में सांकेतिक धरना दिया और उपजिलाधिकारी कोटद्वार के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को 08 (आठ) सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रेषित किया।
ज्ञापन के पहली मांग कहा गया है कि भाजपा सरकार के सत्तासीन होते ही लालढांग- चिलरखाल मोटर जो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में EPI (एपीआई) एवं RBI- 81 (आरबीआई-81) निर्माण कार्य प्रगति पर था लेकिन भाजपा सरकार ने कार्यदाई संस्था बदलकर और उलझाव पैदा किया और माननीय न्यायालय लचर पैरवी कर कार्य अवरुद्ध कर दिया गया।
दूसरी मांग में कहा गया कि कोटद्वार मेडिकल कालेज का कार्य पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भूमि और बजट व्यवस्था के साथ कार्य प्रारंभ था, चारदीवारी और ट्यूबवेल निर्माण हो चुका था लेकिन भाजपा सरकार ने स्वीकृति पेंच की राजनीति कर मेडिकल कालेज के निर्माण में अवरोध उत्पन्न किया है।
तीसरी मांग में कहा गया कि आज केंद्रीय विद्यालय के लिए झंडीचौड कोटद्वार में भूमि उपलब्धता के बाद भी अनावश्यक भूमि विवाद को मुद्दा बनाकर जनता की लंबे समय की मांग उलझाया जा रहा है।
एक मांग पर कहा गया है कि पर्यटन स्थल के रूप में कण्वाश्रम को विकसित करने का पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के बजट/ ऋण उपलब्ध कराने के बाद भी सत्तासीन भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार के प्रयास को आज रसातल पर पहुंचा दिया है।
अन्य मांगों में कहा गया कि सरकार के लचर पैरवी के चलते पार्किंग की मार झेल रहा कोटद्वार में मोटर नगर का निर्माण अधर में है, सरकार कूड़ा निस्तारण के लिए ट्रेचिंग ग्राउंड बनाने में नाकाम साबित हुई है। विधानसभा क्षेत्रों कोटद्वार, लैंसडौन और यमकेश्वर में जहां चिकित्सकों की भारी कमी है वही स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुईं है।
विधान सभा यमकेश्वर क्षेत्र में ‘बीन नदी पुल’ ‘सिंघठाली पुल’ का निर्माण और नैल बुधोली मार्ग के डामरीकरण का कार्य सरकार की कार्यप्रणाली के चलते लंबित हैं ।
महामहिम राज्यपाल से निवेदन किया गया है कि इन सभी अवरुद्ध विकास कार्यों को निस्तारण के लिए वर्तमान सत्तासीन सरकार को आवश्यक निर्देश दिया जाय। अन्यत: कांग्रेस पार्टी व्यापक स्तर पर आंदोलनात्मक कार्यक्रम चलाने के लिए बाध्य होगी।
विनोद डबराल (जिलाध्यक्ष ) रंजना रावत (पूर्व प्रदेश महामंत्री) सुधा असवाल (महानगर अध्यक्ष) शहनाज शम्सी (प्रदेश सचिव) प्रीति सिंह, मधु शर्मा, हसीना बेगम, बीरेंद्र सिंह रावत, गोपाल सिंह गुसाईं, प्रेम सिंह पयाल, नरेंद्र सिंह नेगी, तीरथ सिंह रावत, कृष्ण चंद्र खंतवाल (पूर्वप्रधान) गोकुल सिंह नेगी, राजा आर्य, महावीर सिंह नेगी, विजय नेगी, महावीर सिंह नेगी, मनोज रावत, सूरबीर सिंह खेतवाल, प्रदीप नेगी, गबर सिंह रावत, प्रदीप नेगी, भीमेंद्र सिंह पवांर, जयश्री देवी, यशोदा देवी, अर्चना देवी, शकुंतला देवी, शकुंतला देवी, सरिता देवी, सुनीता देवी, रामेश्वरी देवी, हेमलता देवी, सूमा देवी आदि सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता सम्मिलित थे।