कांग्रेस ने पं. जवाहरलाल नेहरू को 61 वीं पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

एनसीपी न्यूज़। कोटद्वार। देश के प्रथम प्रधानमंत्री के साथ लगातार 03 बार देश के प्रधानमंत्री, भारत रत्न, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पं. जवाहरलाल नेहरू की 61 वीं पुण्य तिथि पर कांग्रेसियों ने जिला कांग्रेस कार्यालय में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर सृद्धासुमन अर्पित किए। ज्ञातब्य है कि आज ही के दिन 27 मई 1964 को देश के सपूत का निधन हुआ था।
इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में उनके जीवन बृत्त पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि ऐश्वर्य एवं वैभवपूर्ण जीवनशैली के साथ विदेशों में शिक्षा ग्रहण के बाबजूद भी सभी सुविधाओं का परित्याग कर खादी एवं गांधी टोपी पहनकर गांधी जी के असहयोग आंदोलन में शामिल होकर स्वतंत्रता संग्राम संघर्ष से जुड़कर हजारों दिन जेल की यात्राएं की और 1929 में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष बनने के साथ कई महत्वपूर्ण पदों पर काबिज रहे।
वक्ताओं ने यह भी कहा कि नेहरू जी के प्रधानमत्रीत्व काल में जब देश के सामने गरीबी और राष्ट्रीय एकता अखंडता को कायम रखने आदि बहुत सारी चुनौतियां थी, इसके बावजूद भी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर के सार्वजनिक प्रतिष्ठानों की स्थापना में अविस्मरणीय योगदान प्रदान किया इनमें IIT भार.औद्योगिक संस्थान, IIM भार. प्रबंधन संस्थान, IISC भा. विज्ञान संस्थान, परमाणु ऊर्जा आयोग, UGC विश्वविद्यालय अनु. आयोग, JNU जवाहर ला.नेहरू विश्व. विद्यालय, भिलाई एवं राउरकेला स्टील, BHL भा. भारी विद्युत आयोग, HMT हिंदुस्तान मशीन टूल्स, इसरो, AIIMS अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान आदि सम्मिलित हैं।
तत्कालीन राजनीतिक क्षितिज पर अपने प्रधानमंत्रीत्व काल में ही नेहरू जी ने बिश्वपटल पर अपने राजनीतिक प्रभाव का लोहा मनवाते हुए उपनिवेश वाद की समाप्ति, गुटनिरपेक्ष आंदोलन में 120 देशों की सदस्यता, कोरियाई युद्ध का अंत, स्वेजनहर बिबाद, कांगो समझौता और पंचशील सिद्धांत आदि में प्रभावकारी मध्यस्थता की भूमिका निभाई।
“आराम हराम है” के प्रमुख नारे के साथ ही उन्होंने ‘डिस्कबरी ऑफ इंडिया’, ‘ग्लिंपसेज ऑफ वर्ड हिस्ट्री’, ‘मेरी कहानी’, ‘पत्र पिता का पुत्री के नाम’ आदि पुस्तकों की रचना की।
बशिष्ठ उपाध्यक्ष बलबीर सिंह रावत की अगुआई में संचालित कार्यक्रम में कांग्रेस पूर्व मेयर प्रत्याशी रंजना रावत, केशर सिंह चौहान, बीरेंद्र सिंह रावत, गोपाल सिंह गुसाईं, विनोद रावत ( उपाध्यक्ष ) शीला भारती (जिला महामंत्री)
प्रेम सिंह पयाल (जिलाध्यक्ष शिक्षक प्रकोष्ठ ) पार्षद – नईम अहमद एवं श्रीधर प्रसाद बेदवाल, मो.स्वाले (जिलाध्यक्ष अल्पसंख्य प्र ) राजा आर्य (प्रदेश महामंत्री NSUI ) शुभम रावत (विधानसभा अध्यक्ष यूथ कांग्रेस) उपेन्द्र सिंह नेगी (महामंत्री म.न.) महावीर सिंह नेगी (मंडल अध्यक्ष ) प्रदीप नेगी, कृपाल सिंह नेगी, योगेंद्र चौहान, नरेन्द्र सिंह, विजय नेगी, भीमेंद्र सिंह पवांर, प्रेम सिंह, संदीप, रविन्द्र सिंह आदि कांग्रेसी सम्मिलित थे।